उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि आज यानी सोमवार को है। सत्ताधारी भाजपा को 13 सीटों में से 11 पर जीत का पूरा भरोसा है, जिसके लिए 26 अप्रैल को मतदान कराया जाएगा। भाजपा के दिल्ली स्थित केन्द्रीय कार्यालय की ओर से जारी बयान में विधान परिषद के लिए 10 उम्मीदवारों की सूची जारी की गई है।
इस सूची में प्रदेश सरकार के मंत्री महेन्द्र सिंह और मोहसिन रज़ा के अलावा सरोजिनी अग्रवाल, बुक्कल नवाब, यशवंत सिंह, जयवीर सिंह, विद्यासागर सोनकर, विजय बहादुर पाठक, अशोक कटारिया और अशोक धवन शामिल हैं।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि 11वीं सीट संभवत: आशीष सिंह पटेल को दी जाएगी, जो पार्टी के सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के नेता हैं। इस समय उत्तर प्रदेश विधानसभा में अपना दल (सोनेलाल) के 9 विधायक हैं।
गौरतलब है राज्य में सत्तारूढ़ दल और सहयोगियों की 403 सदस्यीय विधानसभा में 324 सदस्य हैं। इसलिए आंकड़ों के आधार पर 13 में से 11 सीटों पर बीजेपी की जीत सुनिश्चित मानी जा रही है। इसके बाद भी भाजपा के पास कुछ अतिरिक्त वोट बचेंगे।
पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के उपाध्यक्ष जे पी एस राठौर ने बताया कि जीत सुनिश्चित करने के लिए एक उम्मीदवार को पहली वरीयता के लिए 29 वोटों की आवश्यकता होगी। विधान परिषद चुनाव के लिए अधिसूचना नौ अप्रैल को जारी की गई थी। नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख 16 अप्रैल है। नामांकन पत्रों की जांच 17 अप्रैल को होगी जबकि नामांकन पत्र वापस लेने की तारीख 19 अप्रैल है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता नवीन श्रीवास्तव ने मीडिया से कहा, ‘हमें 13 में से 11 सीटों पर जीत का यकीन है’। शेष दो सीटों की बात करें तो सपा ने एक सीट बसपा को दे दी है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा ने दो उम्मीदवार मैदान में उतारे थे, लेकिन बाद में एक को हटा लिया ताकि बसपा के उम्मीदवार को समायोजित किया जा सके। बसपा ने फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव में सपा उम्मीदवारों का समर्थन किया था।
सौ सदस्यीय उत्तर प्रदेश विधान परिषद में भाजपा के मात्र 13 सदस्य हैं। सपा के सदस्यों की संख्या 61 है। बसपा के नौ, कांग्रेस के दो, रालोद का एक और अन्य 12 हैं। सपा प्रवक्ता सुनील सिंह साजन ने कहा कि सपा-बसपा गठबंधन दो विधान परिषद सीटों पर आसानी से जीत दर्ज करेगा।
साजन ने कहा कि सपा एक सीट पर लड़ रही है। पहले हमने दो सीटों पर प्रत्याशी उतारना तय किया था लेकिन बाद में एक सीट बसपा को देने का फैसला किया ताकि अपने चुनावी तालमेल को मजबूत किया जा सके।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अशोक सिंह ने कहा कि हम कोई प्रत्याशी नहीं खड़ा कर रहे हैं लेकिन समान विचारधारा वाले अन्य दलों को समर्थन कर सकते हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक 13 विधान परिषद सदस्यों का कार्यकाल पांच मई को समाप्त होने जा रहा है। इनमें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और योगी सरकार के दो मंत्री महेन्द्र सिंह एवं मोहसिन रजा शामिल हैं।